थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष पर भारत की चेतावनी

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद गहराता जा रहा है, और इसी बीच भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक सख्त एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से अपील की गई है कि वे थाईलैंड और कंबोडिया की सीमावर्ती इलाकों की यात्रा से परहेज करें। दूतावास ने किसी भी आपात स्थिति में संपर्क के लिए फोन नंबर और ईमेल आईडी भी साझा की है। नोम पेन्ह स्थित भारतीय दूतावास ने विशेष रूप से थाईलैंड के सात संवेदनशील प्रांतों में जाने से बचने की सिफारिश की है।

संघर्ष अब तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है और हालात सुधरने के बजाय और बिगड़ते जा रहे हैं। थाईलैंड ने मार्शल लॉ लागू कर दिया है और सेना को पूरी तरह अलर्ट मोड पर रखा गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दो दिनों में लगभग एक लाख लोग पलायन कर चुके हैं। इस तनावपूर्ण स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को एक आपात बैठक बुलाई है, जो दर्शाता है कि यह विवाद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन चुका है।

सीमा विवाद कोई नया मुद्दा नहीं है। दोनों देशों के बीच यह तनाव दशकों पुराना है और अक्सर इतिहास के पन्नों से फिर से उभर आता है। 1953 में फ्रांसीसी उपनिवेश काल के दौरान बनाए गए नक्शे को लेकर दोनों देशों के दावे टकराते रहे हैं। थाईलैंड का आरोप है कि कंबोडिया ने सीमा पर ड्रोन तैनात कर उकसावे की कार्रवाई की है, जबकि कंबोडिया ऐतिहासिक अधिकारों का हवाला देता रहा है। इस बीच, भारतीय यात्रियों से अपील की गई है कि वे आधिकारिक चैनलों से अपडेट लेते रहें और किसी भी तरह के जोखिम से बचें।

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