स्टार्क का बल्ले से धमाल, WTC फाइनल में रचा इतिहास

लॉर्ड्स में चल रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने न सिर्फ गेंद से दक्षिण अफ्रीका को पस्त किया, बल्कि बल्ले से भी विरोधियों के होश उड़ा दिए। पहले इनिंग में अहम विकेट लेने के बाद, दूसरी पारी में टीम संकट में थी, तभी स्टार्क ने मोर्चा संभालते हुए 136 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए।

यह पारी सिर्फ मैच की दिशा ही नहीं बदली, बल्कि इतिहास में भी दर्ज हो गई। मिचेल स्टार्क अब आईसीसी टूर्नामेंट के किसी भी फाइनल में नौवें या उससे निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए 40 से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले 2004 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में वेस्टइंडीज़ के कर्टनी ब्राउन ने 35 रन बनाए थे।

स्टार्क की यह अर्धशतकीय पारी उन्हें आठवें नंबर के बाद हाफसेंचुरी लगाने वाले केवल दूसरे खिलाड़ी बनाती है। उन्होंने 2013 के सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के रोरी क्लेनवेल्ड द्वारा बनाए गए 43 रनों का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 282 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा है।

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