मैनचेस्टर में भारतीय बल्लेबाजों का ऐतिहासिक जिगरा

मैनचेस्टर, जुलाई 2025 — ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर भारतीय बल्लेबाजों ने वो कर दिखाया जो अक्सर टेस्ट क्रिकेट में दुर्लभ होता है। इंग्लैंड के खिलाफ जब हार तय लग रही थी, तब शुभमन गिल, केएल राहुल, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने जिस साहस और धैर्य से मुकाबला किया, उसने मैनचेस्टर को भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक बार फिर विशेष बना दिया।

पहली पारी में 311 रन की बढ़त के बाद इंग्लैंड जीत की ओर बढ़ रहा था। भारत ने दूसरी पारी की शुरुआत में दो विकेट गंवाकर संकट में खुद को पाया, लेकिन वहीं से लड़ाई शुरू हुई। केएल राहुल ने 90 (230 गेंद), गिल ने कप्तानी पारी में 103 (238 गेंद), सुंदर ने पहला टेस्ट शतक 101 (206 गेंद), और जडेजा ने 107 रन (185 गेंद) बनाकर मुकाबले को संतुलन में ला

दिया। खास बात ये रही कि टेस्ट इतिहास में भारत के 4, 5 और 6 नंबर के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में शतक जड़कर 46 साल पुराना रिकॉर्ड दोहराया।

इस ड्रॉ ने 1979 के लॉर्ड्स टेस्ट की याद दिला दी, जब भारत ने इंग्लैंड की 323 रन की बढ़त के बावजूद मैच बचाया था। इस बार भी 311 रन पीछे रहने के बाद 425 रन बनाकर भारत ने इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों को ध्वस्त किया। मैनचेस्टर के 141 साल के इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी टीम ने दोनों पारियों में 350 से ज्यादा रन बनाए। इस प्रदर्शन ने भारतीय बल्लेबाजों की grit और game awareness को पूरी दुनिया के सामने साबित कर दिया।

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