स्लीपिंग टूरिजम: सुकून की तलाश में बेस्ट जगहें

स्लीपिंग टूरिजम एक उभरता ट्रेंड है, जिसमें लोग घूमने-फिरने से ज्यादा नींद और सुकून को प्राथमिकता देते हैं। व्यस्त जीवन और कार्यभार से थके लोग इस यात्रा शैली को अपनाकर तनाव कम कर रहे हैं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है। ट्रैवल एक्सपर्ट शालिनी मेहता कहती हैं, “स्लीपिंग टूरिजम उन लोगों के लिए वरदान है जो शुद्ध हवा और शांत माहौल में अपनी नींद पूरी करना चाहते हैं।” भारत में कई जगहें इस अनुभव को यादगार बनाती हैं।

उत्तराखंड का चकराता और ऋषिकेश स्लीपिंग टूरिजम के लिए आदर्श हैं। चकराता, भीड़ से दूर, हरे-भरे जंगलों और शांत वातावरण के साथ सुकून देता है। वहीं, ऋषिकेश की गंगा किनारे की शांति और आध्यात्मिकता मन को तरोताजा करती है। यहां योग और मेडिटेशन सत्र नींद की गुणवत्ता बढ़ाते हैं। दूसरी ओर, मेघालय की चेरापूंजी अपनी बारिश और हरियाली के साथ स्वर्ग-सा अनुभव देती है। यहां रूट ब्रिज और झरनों के बीच समय बिताना तनाव को भुला देता है।

गोवा, अपने समुद्री तटों और हरे-भरे परिदृश्यों के साथ, स्लीपिंग टूरिजम के लिए अनूठा है। पालोलेम और बटरफ्लाई बीच जैसे शांत तटों पर पर्यटक प्रकृति की गोद में आराम कर सकते हैं। गोवा के रिजॉर्ट्स नींद-केंद्रित पैकेज भी ऑफर करते हैं। ट्रैवल ब्लॉगर अनुज शर्मा बताते हैं, “गोवा में सुकून और मौज का बैलेंस इसे स्लीपिंग टूरिजम के लिए परफेक्ट बनाता है।” इन जगहों पर सही समय (नवंबर-मार्च) चुनकर आप नींद और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।

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