विलुप्त डायर वुल्फ की वापसी: कोलोसल का वैज्ञानिक चमत्कार

डलास: कोलोसल बायोसाइंसेज ने अप्रैल 2025 में दावा किया कि उसने 10,000 साल पहले विलुप्त डायर वुल्फ को पुनर्जनन कर लिया, जिसने वैज्ञानिक और हॉलीवुड जगत में हलचल मचा दी। कंपनी ने 13,000 साल पुराने दांत और 72,000 साल पुरानी खोपड़ी के डीएनए का उपयोग कर ग्रे वुल्फ के जीन में 20 बदलाव किए। “यह सिंथेटिक बायोलॉजी का चंद्रमा मिशन है,” सह-संस्थापक बेन लैम ने कहा। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि ये डायर वुल्फ नहीं, बल्कि जेनेटिक रूप से संशोधित ग्रे वुल्फ हैं। कंपनी का तर्क है कि ये भेड़िए दिखने और व्यवहार में डायर वुल्फ जैसे हैं।

हॉलीवुड ने इस प्रोजेक्ट को चमक दी। गेम ऑफ थ्रोन्स के आयरन थ्रोन पर डायर वुल्फ पिल्लों, रोमुलस और रेमस, की तस्वीरें वायरल हुईं। थ्रोन को पीटर जैक्सन ने उधार दिया, जो कंपनी के निवेशक हैं। गेम ऑफ थ्रोन्स के निर्माता जॉर्ज आर.आर. मार्टिन और अभिनेता किट हैरिंगटन भी सलाहकार हैं। “यह विज्ञान और जादू का मिश्रण है,” निर्देशक माइकल डोहर्टी ने कहा, जो कोलोसल के लिए प्रचार फिल्में बना रहे हैं। कंपनी ने वूल्ली मैमथ और तस्मानियाई बाघ जैसे अन्य विलुप्त प्रजातियों पर भी काम शुरू किया है।

कोलोसल का मिशन केवल विलुप्त प्रजातियों की वापसी तक सीमित नहीं है। यह लाल भेड़ियों जैसे लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण में भी योगदान दे रहा है। जैक्सन ने कहा, “यह संरक्षण के लिए नया धन ला रहा है।” हालांकि, कुछ आलोचक इसे संसाधनों का दुरुपयोग मानते हैं। 435 मिलियन डॉलर की फंडिंग के साथ, कोलोसल की तकनीक ओपन-सोर्स है, लेकिन नीतिगत सवाल बरकरार हैं। क्या भविष्य में इसका दुरुपयोग हो सकता है? लैम का कहना है, “हमारी सीमाएं स्पष्ट हैं।”

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