लो-कैलोरी डाइट से बढ़ सकता है डिप्रेशन: स्टडी

हाल ही में हुए एक अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि वजन कम करने के लिए अपनाई जाने वाली लो-कैलोरी डाइट डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ा सकती है। बीएमजे न्यूट्रिशन प्रिवेंशन एंड हेल्थ में प्रकाशित इस शोध के अनुसार, जो लोग कम कैलोरी वाला आहार लेते हैं, उनमें मूड स्विंग्स, थकान और नींद की कमी जैसी समस्याएं अधिक देखी गईं। अध्ययन में 28,525 अमेरिकी वयस्कों के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया गया कि मोटापे से ग्रस्त लोगों में यह प्रवृत्ति अधिक थी।

शोधकर्ताओं ने पाया कि लो-कैलोरी डाइट लेने वाले पुरुषों में महिलाओं की तुलना में डिप्रेशन के लक्षण अधिक गंभीर थे। अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. वेंकट भट ने बताया, “इसका कारण पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करती है।” उन्होंने यह भी कहा कि पिछले अध्ययनों के विपरीत, जिनमें लो-कैलोरी डाइट को फायदेमंद बताया गया था, यह शोध वास्तविक जीवन में इसके नकारात्मक प्रभावों को उजागर करता है।

प्रोफेसर सुमंत्रा रे, जो इस शोध से जुड़े नहीं थे, ने कहा कि यह अध्ययन आहार और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि इस विषय पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। अगर आप वजन घटाने की योजना बना रहे हैं, तो विशेषज्ञों से सलाह लेना ही बेहतर होगा।

 

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