लो कैलोरी डाइट से वजन घटाएं, पर हो जाएं सावधान

भागदौड़ भरी ज़िंदगी में फिट रहने की चाहत लोगों को तरह-तरह की डाइट आज़माने को मजबूर कर रही है, जिनमें लो कैलोरी डाइट का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। इस डाइट का मकसद है शरीर में कैलोरी की खपत कम करके वजन घटाना। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो यह तरीका फायदेमंद जरूर है, मगर सावधानी न बरती जाए तो इसके साइड इफेक्ट भी गंभीर हो सकते हैं।

श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली की चीफ डायटीशियन डॉ. प्रिया पालीवाल बताती हैं कि एक वयस्क को रोजाना औसतन 2000-2500 कैलोरी की जरूरत होती है, जबकि लो कैलोरी डाइट में यह मात्रा घटाकर 1200-1500 कैलोरी तक कर दी जाती है। इससे वजन घटने में तो मदद मिलती है, लेकिन अगर यह डाइट बिना पेशेवर सलाह के ली जाए, तो कमजोरी, थकान, पोषण की कमी और मेटाबॉलिज्म में गिरावट जैसे खतरे हो सकते हैं।

डॉ. पालीवाल सलाह देती हैं कि लो कैलोरी डाइट अपनाने से पहले अपने शरीर की ज़रूरतों का आंकलन ज़रूरी है। डाइट में जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स को शामिल करें। खासकर गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न अपनाएं। वजन कम करना जरूरी है, लेकिन सेहत से समझौता करके नहीं।

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