भारत फिर देगा चीनी पर्यटकों को वीज़ा, रिश्तों में नरमी

पांच साल के प्रतिबंध के बाद भारत ने चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीज़ा की सुविधा फिर से शुरू कर दी है। यह फैसला गलवान घाटी में 2020 की सैन्य झड़प के बाद ठप पड़े रिश्तों को सुधारने के प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है। भारतीय दूतावास ने यह घोषणा चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की, जिसके तुरंत बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने इस कदम का स्वागत किया। प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा, “सीमा पार यात्रा को सुगम बनाना दोनों पक्षों के लिए लाभकारी है।”

विश्लेषकों के अनुसार, भारत का यह निर्णय न केवल रणनीतिक रूप से अहम है, बल्कि यह अमेरिका को भी एक संकेत है कि दक्षिण एशिया में उसकी पकड़ अब पहले जैसी नहीं रही। हाल ही में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर चर्चा के लिए दिल्ली में कार्य तंत्र की 34वीं बैठक भी हुई, जहां दोनों देशों ने आगामी वार्ताओं की रूपरेखा पर सहमति जताई। यह घटनाक्रम द्विपक्षीय संवाद की संभावनाओं को बल देता है।

इस बीच, भारत की पासपोर्ट रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत 85वें स्थान से 77वें पर पहुंच गया है, जिससे भारतीय नागरिक अब 59 देशों में बिना वीज़ा यात्रा कर सकते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बढ़ती स्वीकार्यता और कूटनीतिक सक्रियता का प्रतीक है। चीन के साथ वीज़ा बहाली का यह निर्णय इसी वैश्विक परिप्रेक्ष्य में एक और ठोस कदम माना जा रहा है।

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