सैटेलाइट तस्वीरों में दिखा बहावलपुर, मुरिदके में आतंकी ठिकानों का विनाश

नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई 2025 को पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरिदके में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक मिसाइल हमलों ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की कमर तोड़ दी। मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट तस्वीरों में बहावलपुर के जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह, जो जेईएम का मुख्यालय है, में भारी तबाही दिखाई देती है। हमले से पहले की तस्वीरों में मस्जिद और आसपास की इमारतें सलामत थीं, जबकि हमले के बाद मस्जिद की गुंबद में बड़े छेद, मलबा और ढही इमारतें नजर आती हैं। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “यह जेईएम का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों ने निशाना बनाया।”
मुरिदके में एलईटी के मार्कज तैबा पर भी हमले की तस्वीरें चौंकाने वाली हैं। हमले से पहले का दृश्य एक विशाल परिसर दिखाता है, जबकि बाद की तस्वीरों में इमारतें मलबे में तब्दील हैं। कर्नल कुरैशी ने बताया, “यह परिसर 2008 के मुंबई हमले के आतंकियों, अजमल कसाब और डेविड हेडली का प्रशिक्षण स्थल था।” यह परिसर प्रतिवर्ष 1,000 आतंकियों को प्रशिक्षण देता था। ऑपरेशन सिंदूर, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। रक्षा मंत्रालय ने इसे “सटीक और गैर-उत्तेजक” कार्रवाई बताया, जिसमें कोई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाना निशाना नहीं बना।


इन हमलों ने पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया। जेईएम प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने दावा किया कि बहावलपुर हमले में उनके परिवार के 10 सदस्य मारे गए। विश्लेषकों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को रेखांकित किया है। हालांकि, भारत-पाक सीमा पर तनाव बढ़ रहा है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय स्थिति पर नजर रखे हुए है। सैटेलाइट तस्वीरें इस ऑपरेशन की सफलता का ठोस सबूत हैं, जो आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने में भारत की रणनीतिक क्षमता को दर्शाती हैं।

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