परमाणु ठिकानों पर भारत का निशाना, पाक की ताकत होगी खत्म

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, ने भारत-पाक संबंधों को तनावपूर्ण मोड़ पर ला दिया है। पाकिस्तान की परमाणु युद्ध की धमकियों और भारत के कड़े जवाबी रुख के बीच सवाल उठ रहा है: भारत का अगला कदम क्या होगा? रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सीमित सैन्य कार्रवाई के बजाय भारत को पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर सटीक हमला करना चाहिए। “पाकिस्तान की परमाणु क्षमता को निशाना बनाना ही स्थायी समाधान हो सकता है,” रिटायर्ड मेजर जनरल राजेश सिंह ने कहा। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि गुजरांवाला और सर्गोधा जैसे ठिकाने भारत की सीमा के करीब हैं।

पाकिस्तान अपनी परमाणु ताकत को तेजी से बढ़ा रहा है। ‘बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, उसके पास 170 परमाणु हथियार हैं, जो 2025 तक 200 हो सकते हैं। गुजरांवाला गारिजन, जो भारत से मात्र 60 किमी दूर है, नसर मिसाइलों का ठिकाना है, जो दिल्ली तक निशाना बना सकती हैं। सर्गोधा गारिजन में अंडरग्राउंड बंकर और सर्गोधा वेपन्स स्टोरेज कॉम्प्लेक्स परमाणु हथियारों का भंडार हैं। पानो अकील और अकरो गारिजन में बाबर क्रूज मिसाइलों के लिए TEL लॉन्च ट्रक तैनात हैं। इन ठिकानों की रणनीतिक स्थिति भारत के लिए खतरा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन परमाणु ठिकानों पर एक सटीक हमला पाकिस्तान की ताकत को पूरी तरह ठप कर सकता है। “सर्गोधा और खुजदार जैसे ठिकानों को नष्ट करने से पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की क्षमता खत्म हो जाएगी,” रक्षा विश्लेषक अनमोल सिंगला ने कहा। हालांकि, ऐसी कार्रवाई के लिए सटीक खुफिया जानकारी और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जरूरी है। भारत के सामने चुनौती है कि वह तनाव को नियंत्रित रखते हुए रणनीतिक बढ़त हासिल करे।

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