पहलगाम हमला: इंदस जल संधि निलंबन से पाकिस्तान पर असर

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले के बाद भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के साथ इंदस जल संधि को निलंबित कर दिया। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में लिया गया। 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से बनी यह संधि इंदस नदी और इसकी सहायक नदियों के जल बंटवारे को नियंत्रित करती है। भारत के इस कदम से पाकिस्तान की कृषि और जल सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है।

पूर्व इंदस जल आयुक्त प्रदीप कुमार सक्सेना ने PTI को बताया, “ऊपरी riparian देश के रूप में भारत के पास कई विकल्प हैं। संधि निलंबन अभिनिषेध की ओर पहला कदम हो सकता है।” संधि के तहत भारत को रावी, ब्यास और सतलुज (पूर्वी नदियों) का नियंत्रण है, जबकि पाकिस्तान को इंदस, झेलम और चिनाब (पश्चिमी नदियों) का 80% जल मिलता है। सक्सेना ने कहा, “संधि निलंबन से भारत अब बांधों के डिजाइन और जलाशयों के संचालन पर पाकिस्तान की आपत्तियों को नजरअंदाज कर सकता है।” इससे भारत जम्मू-कश्मीर में जलविद्युत परियोजनाओं को तेज कर सकता है, जो पहले पाकिस्तान की आपत्तियों के कारण रुकी थीं।

पाकिस्तान के लिए यह निलंबन गंभीर चुनौती है, क्योंकि इंदस बेसिन उसकी 80% खेती और 23% GDP को सहारा देता है। सक्सेना ने चेतावनी दी, “बाढ़ डेटा साझा न करने और जलाशयों को भरने की स्वतंत्रता से पाकिस्तान के पंजाब और सिंध में बुआई के मौसम में नुकसान हो सकता है।” पाकिस्तान पहले ही जल भंडारण की कमी और जलवायु परिवर्तन से जूझ रहा है। भारत का यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है।

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