भारत-UK MRA डील से पेशेवरों को मिलेगी नई उड़ान

भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) के बाद अब आपसी मान्यता समझौता (MRA) पर चर्चा तेज हो गई है। दोनों देश अगले 36 महीनों में इस समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। इसके तहत नर्सों, आर्किटेक्ट्स, लेखाकारों और डेंटिस्ट जैसे पेशेवरों को ब्रिटेन में काम करने के लिए आवश्यक योग्यता को मान्यता मिलने का रास्ता साफ होगा।

वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “भारत और ब्रिटेन इस बात पर सहमत हुए हैं कि वे पेशेवर सेवाओं में योग्यता की मान्यता पर काम करेंगे। इससे भारतीय पेशेवरों के लिए अवसरों के नए द्वार खुलेंगे।” MRA लागू होने पर एक देश में मिली प्रोफेशनल डिग्री या लाइसेंस दूसरे देश में भी मान्य होगी। यह समझौता भारत-UK के व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते (CETA) का ही हिस्सा है।

वर्तमान में करीब 60,000 भारतीय IT पेशेवर ब्रिटेन में इंट्रा-कॉरपोरेट ट्रांसफर वीज़ा पर कार्यरत हैं। नए प्रस्ताव के तहत न केवल कर्मचारियों को, बल्कि उनके परिजनों को भी तीन साल का वीज़ा मिलेगा। सबसे अहम बात यह है कि इन वीज़ा पर कोई संख्या सीमा नहीं होगी। वहीं, ब्रिटेन को भारत ने पर्यावरण, बीमा, और बिजनेस सेवाओं में बाजार पहुंच की छूट दी है, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मज़बूत होंगे।

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