भारत का परमाणु भंडार 180 पार, SIPRI रिपोर्ट में खुलासा

नई दिल्ली: स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत के परमाणु हथियारों की संख्या अब 180 हो गई है, जो 2024 में 172 थी। यह बढ़ोत्तरी न केवल पाकिस्तान पर रणनीतिक बढ़त को दर्शाती है, बल्कि भारत की सैन्य तैयारियों में हो रहे तकनीकी विकास की भी पुष्टि करती है। SIPRI की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अपनी मिसाइल प्रणाली को कैनिस्टर तकनीक से लैस कर दिया है, जिससे परमाणु हथियार अब शांति काल में भी तैनात रह सकते हैं।

भारत की नई पीढ़ी की मिसाइलें, जैसे अग्नि प्राइम और MIRV तकनीक युक्त अग्नि-5, इसकी परमाणु क्षमता को और मजबूत कर रही हैं। अग्नि-5 की रेंज 5,000 किमी से अधिक है और यह एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मिशन दिव्यास्त्र’ की सराहना यह दर्शाती है कि सरकार इस दिशा में कितनी गंभीर है।

हालांकि पाकिस्तान ने भी परमाणु हथियारों के लिए नए प्लेटफॉर्म्स और फिसाइल सामग्री पर काम किया है, लेकिन उसकी रफ्तार भारत से कम रही। वहीं, चीन हर साल 100 नए हथियार जोड़ते हुए सबसे तेज परमाणु विस्तार करने वाला देश बन गया है। SIPRI की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर परमाणु हथियारों की संख्या 12,241 हो गई है, जिनमें से 9,614 सैन्य उपयोग के लिए तैयार हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह रुझान अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है।

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