एयर इंडिया हादसा: जांच समिति में आईबी, रिपोर्ट तीन माह में

अहमदाबाद एयर इंडिया हवाई हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है, जिनमें से 33 लोगों की जान विमान के टकराने के बाद हुए विस्फोट में गई। हादसे के 48 घंटे बाद केंद्र सरकार ने एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की है जिसमें गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के विशेष निदेशक समेत शीर्ष सुरक्षा और फॉरेंसिक विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। समिति को तीन महीनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी होगी।

प्रारंभिक जांच में संदेह है कि उड़ान से पहले आवश्यक सुरक्षा जांच और निरीक्षण की प्रक्रिया में लापरवाही हुई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि “डुअल इंजन फेल्योर” टेकऑफ़ के तुरंत बाद हुआ, जबकि रनवे पर विमान सामान्य स्थिति में था। ब्लैक बॉक्स की जांच शनिवार से शुरू हो चुकी है, जिससे हादसे के पीछे की तकनीकी और मानव त्रुटियों का पता लगाने में मदद मिलेगी। केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने विश्वास जताया कि ब्लैक बॉक्स कई अनुत्तरित सवालों का समाधान देगा।

टाटा समूह ने मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये और जीवित बचे एकमात्र यात्री समेत सभी प्रभावितों को 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता देने की घोषणा की है। अब सबसे अहम सवाल यह है कि उड़ान भरने से पहले किन स्तरों पर निरीक्षण किया गया और क्या सभी मानकों का सही तरीके से पालन हुआ था। क्या यह त्रासदी किसी व्यक्ति विशेष की चूक से हुई या यह एक बड़ी प्रणालीगत खामी का परिणाम है—इसका जवाब देश अब जांच समिति से चाहता है।

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