बिहार रेल नेटवर्क: नई ट्रेनें, ट्रैक की सौगात

पटना: बिहार में रेल नेटवर्क के विस्तार को नई गति मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही सहरसा-मुंबई के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। यह ट्रेन प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए वरदान साबित होगी। इसके अलावा, पिपरा-सहरसा, बिथान-समस्तीपुर और अलौली-सहरसा पैसेंजर ट्रेनें भी शुरू होंगी। विशेष रूप से, पटना-मधुबनी के बीच चलने वाली वंदे मेट्रो, जिसे नमो भारत रैपिड रेल भी कहा जाता है, यात्रा समय को काफी कम करेगी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “ये परियोजनाएं बिहार रेल नेटवर्क को मजबूत कर क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देंगी।”

साल 2024-25 में बिहार के लिए 152.33 किमी रेल ट्रैक बिछाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 86.89 किमी का कार्य पूरा हो चुका है। सुगौली-बाल्मिकीनगर, दरभंगा बायपास और खगड़िया-अलौली जैसे मार्गों पर तेजी से काम चल रहा है। रेलवे मंत्रालय ने 2014 से 2024 तक बिहार रेल विकास के लिए 14,715.91 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जिसमें 2024-25 में 2,226.94 करोड़ रुपये शामिल हैं। यह निवेश बिहार के कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

चुनावी साल में ये पहल बिहार के लिए केंद्र सरकार की प्राथमिकता को दर्शाती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर रेल नेटवर्क से न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि रोजगार और व्यापार के अवसर भी बढ़ेंगे। “रेलवे का यह कदम बिहार को विकास के नए पथ पर ले जाएगा,” स्थानीय सांसद रमेश सिंह ने कहा। इन परियोजनाओं से बिहार रेल नेटवर्क न केवल मजबूत होगा, बल्कि राज्य की प्रगति को भी नई दिशा मिलेगी।

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