चीन की दोहरी चाल: रूस-यूक्रेन युद्ध में तस्करी का खेल

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच चीन की दोहरी चाल उजागर हुई है। रूस के इज़वेस्टिया अखबार ने खुलासा किया कि चीनी नागरिक रूसी सैन्य उपकरणों की तस्करी कर रहे हैं। रूस के कस्टम अधिकारियों ने बताया कि बुलेटप्रूफ जैकेट और वर्दियां जैसे उपकरणों को नकल कर घटिया सामग्री से बनाया जा रहा है और रूस को ही बेचा जा रहा है। रूस के रक्षा ठेकेदार RUSARM के प्रमुख रुस्लान शापिएव ने कहा, “चीन की नकली वस्तुएं सस्ती हैं, लेकिन गुणवत्ता में कमी है।” यह तस्करी युद्ध के दौरान रूस की उपकरण कमी को भुनाने की कोशिश दर्शाती है।

चीन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को अवसर में बदला। इज़वेस्टिया के अनुसार, 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद दोहरे उपयोग वाले सामानों की तस्करी बढ़ी, जिसके चलते रूस ने सैन्य निर्यात पर प्रतिबंध लगाया। फिर भी, चीनी तस्करों ने रूसी उपकरणों को कॉपी कर रूस और यूक्रेन दोनों को सस्ते सामान सप्लाई किए। दिसंबर 2024 में एक चीनी छात्र को बॉडी आर्मर और अन्य उपकरणों के साथ पकड़ा गया, जो उसने ऑनलाइन खरीदे थे। विश्लेषक डॉ. अनिल मेहता ने कहा, “चीन की यह रणनीति नैतिकता से परे केवल आर्थिक लाभ पर केंद्रित है।”

पश्चिमी देशों ने चीन पर रूस की युद्धकालीन अर्थव्यवस्था को सहारा देने का आरोप लगाया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ का कहना है कि चीन दोहरे उपयोग वाले सामानों की आपूर्ति कर रूस के सैन्य उद्योगों को मजबूत कर रहा है। यह घटना वैश्विक व्यापार और युद्ध नीतियों पर गंभीर सवाल उठाती है।

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