चुनावों में ईवीएम मैनेजमेंट का आरोप, शरद-उद्धव ने खोली पोल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों के बाद अब महाविकास अघाड़ी के दो प्रमुख नेताओं ने भी चुनाव में ईवीएम मैनेजमेंट का चौंकाने वाला दावा किया है। एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार ने बताया कि नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले दो लोगों ने उनसे संपर्क किया था। उन्होंने ईवीएम मैनेजमेंट के माध्यम से एमवीए को 160 सीटें जिताने का वादा किया था। पवार ने बताया कि एमवीए ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया क्योंकि वे निष्पक्षता से चुनाव लड़ना चाहते थे। इस खुलासे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है।

शरद पवार के दावे के बाद, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने भी ऐसा ही दावा किया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि वह उस बैठक में मौजूद थे जहां उन्हीं दो लोगों ने उद्धव ठाकरे से भी संपर्क किया था। राउत के अनुसार, उन लोगों ने ईवीएम मैनेजमेंट के जरिए 60-65 कठिन सीटों पर जीत की पेशकश की थी। लेकिन, उद्धव ठाकरे ने भी इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। शिवसेना का कहना है कि उन्होंने लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था और विधानसभा में भी वही उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति ने एमवीए को हराने के लिए ईवीएम और मतदाता सूची में हेराफेरी की योजना बनाई थी।

इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस दावे को राहुल गांधी से मुलाकात का नतीजा बताया है। उनका यह बयान आरोपों को और हवा देता है। शरद पवार और उद्धव ठाकरे द्वारा ईवीएम मैनेजमेंट को लेकर किए गए इन खुलासों ने चुनाव प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन के बाद भी विधानसभा में एमवीए की हार कई लोगों के लिए एक रहस्य बनी हुई थी, लेकिन अब इन आरोपों ने एक नई बहस छेड़ दी है।

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