ईरान में सुप्रीम लीडर के उत्तराधिकारी पर सस्पेंस

तेहरान: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने चुपचाप अपने उत्तराधिकारी के लिए तीन नाम तय कर दिए हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से इन नामों का सार्वजनिक खुलासा नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार, खामेनेई ने यह फैसला हालिया महीनों में इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा ईरान के शीर्ष नेताओं पर किए गए हमलों को देखते हुए लिया। इस सूची में खामेनेई के बेटे मुजतबा का नाम नहीं होने से राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

ईरान की सत्ता संरचना में सुप्रीम लीडर का स्थान सर्वोपरि है और उत्तराधिकारी को लेकर उठने वाला हर सवाल ईरान के भविष्य की दिशा तय कर सकता है। संभावित उत्तराधिकारियों में अलीरेजा अराफी, अली असगर हेजाजी, और हाशिम हुसैनी बुशहरी के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। वहीं, पूर्व विदेश मंत्री अली अकबर वेलायती का नाम भी दौड़ में माना जा रहा है।

विश्लेषकों का मानना है कि नामों का गुप्त रखा जाना रणनीतिक निर्णय है। अंतरराष्ट्रीय दबावों और इजराइली हमलों को देखते हुए खामेनेई नहीं चाहते कि किसी संभावित सुप्रीम लीडर को लक्ष्य बनाया जाए। विशेषज्ञ सभा (Assembly of Experts) की भूमिका अब बेहद महत्वपूर्ण हो गई है, जो अंतिम चुनाव की जिम्मेदारी निभाएगी। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ईरान की धार्मिक सत्ता किस दिशा में बढ़ती है।

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