क्रैश में 1000 डिग्री तापमान बना मौत का फंदा

गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए भयानक प्लेन क्रैश में 265 लोगों की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों के अनुसार, विमान के इंधन टैंक में विस्फोट के बाद तापमान 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे घटनास्थल पर जीवन की कोई संभावना नहीं बची। हादसे के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ कर्मियों को भारी गर्मी और जलते मलबे के बीच शव निकालने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि विमान में 1.25 लाख लीटर ईंधन था, जिसने आग को विकराल बना दिया। उनके अनुसार, आग इतनी तेज थी कि आसपास मौजूद पशु-पक्षी तक नहीं बच सके। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “जब टैंक फटा, तो कुछ ही मिनटों में सब कुछ राख हो गया।” एक एसडीआरएफ सदस्य ने बताया कि यह उनके जीवन की सबसे भयावह घटना थी।

दुर्घटना बीजे मेडिकल कॉलेज के स्टाफ क्वार्टर्स पर हुई, जहां कुछ स्थानीय लोगों ने शुरू में कुछ यात्रियों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन आग की भयावहता के कारण कोई सफलता नहीं मिली। अधिकारियों ने बताया कि शवों की पहचान अब डीएनए जांच से ही संभव हो पाएगी। हादसे की जांच जारी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स इस त्रासदी का मुख्य कारण अत्यधिक तापमान और ईंधन विस्फोट को मान रही हैं।

ताज़ा खबर

WTC Final: साउथ अफ्रीका बना चैंपियन इन 5 वजहों से

एयर इंडिया हादसे के बाद सेफ्टी ऑडिट का आदेश

इजरायल-ईरान तनाव से हिल सकता है बाजार, इन स्टॉक्स पर बड़ा असर

एयर इंडिया हादसे में बेटी घायल, डॉक्टर पिता की इंसानियत की पुकार