सावधान: ये मछलियां आपके शरीर में डाल रही हैं जहर!

कोलकाता: मछली के बिना बंगालियों का भोजन अधूरा है, लेकिन विशेषज्ञ कुछ मछलियों को लेकर गंभीर चेतावनी दे रहे हैं। तिलापिया, जिओल, मागुर और पंगास जैसी मछलियां शरीर में जहर की तरह काम कर सकती हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से लेकर कैंसर तक का खतरा हो सकता है। कोलकाता के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अमिताभ सेन कहते हैं, “इन जहरीली मछलियों को खाद्य सूची से हटाना सेहत के लिए जरूरी है।”

तिलापिया में हानिकारक वसा होती है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है और अस्थमा या एलर्जी वालों के लिए नुकसानदेह है। जिओल मछली, जो कभी एनीमिया के लिए लाभकारी थी, अब दूषित तालाबों में पालन के कारण लीवर की समस्याएं और बांझपन का कारण बन सकती है। मागुर मछली में अत्यधिक एंटीबायोटिक्स का उपयोग हानिकारक रसायनों को शरीर में पहुंचाता है, हालांकि छोटी मागुर हृदय और लीवर के लिए अच्छी है। पंगास मछली को रासायनिक इंजेक्शन से बढ़ाया जाता है, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का जोखिम बढ़ा सकता है। पोषण विशेषज्ञ डॉ. रिया मुखर्जी चेतावनी देती हैं, “रसायनयुक्त मछलियां स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा हैं।”

इन जहरीली मछलियों से बचना अब समय की मांग है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि मछली खरीदने से पहले उसके स्रोत की जांच करें और प्राकृतिक जलाशयों की मछलियों को प्राथमिकता दें। सस्ते दाम की लालच में पड़कर स्वास्थ्य से समझौता न करें। स्वस्थ जीवन के लिए अपनी खाद्य आदतों में सावधानी बरतें और इन मछलियों से दूरी बनाएं।

ताज़ा खबर

तुर्किए की चाल नाकाम, ईरान ने काटा जंगेज़ूर कॉरिडोर

करुण नायर को रिटायरमेंट की सलाह देने वाला था भारतीय क्रिकेटर

PM मोदी को मिला साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान

ईरान-इज़राइल संघर्ष में ट्रंप की चेतावनी से बढ़ा विश्वयुद्ध का खतरा