टाटा मोटर्स देगी चीन को टक्कर, रेयर अर्थ में बनाएगी नया रास्ता

नई दिल्ली: टाटा मोटर्स, देश की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी, चीन के रेयर अर्थ मैग्नेट निर्यात प्रतिबंधों से उत्पन्न संकट के बीच सरकार से मिलकर समाधान तलाश रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक रेयर अर्थ चुंबकों की आपूर्ति में संभावित बाधा के मद्देनजर कंपनी वैकल्पिक स्रोतों की खोज में जुट गई है। चीन द्वारा अचानक लगाए गए इन निर्यात प्रतिबंधों ने वैश्विक ऑटो उद्योग को चिंतित कर दिया है, खासकर तब जब 90% से अधिक रेयर अर्थ चुंबकों की आपूर्ति चीन से होती है।

टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने स्थिति को लेकर आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “फिलहाल रेयर अर्थ की कोई बड़ी समस्या नहीं है। हमारे पास पर्याप्त इन्वेंट्री है और हम सरकार के साथ मिलकर वैकल्पिक सोर्सिंग पर काम कर रहे हैं।” कंपनी का उद्देश्य न केवल आपूर्ति सुनिश्चित करना है बल्कि उत्पादन में किसी भी प्रकार की रुकावट से पहले ही निपटना है। साथ ही, टाटा की रणनीति अन्य भारतीय ऑटो कंपनियों के लिए भी मार्गदर्शक बन सकती है।

विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के ऑटो सेक्टर के लिए यह संकट आत्मनिर्भर बनने का एक अवसर भी है। चीन पर अत्यधिक निर्भरता को कम करने की दिशा में टाटा मोटर्स का यह कदम उद्योग में स्थायित्व और दीर्घकालीन रणनीति की ओर संकेत करता है। कंपनी का फोकस अब वैकल्पिक वैश्विक स्रोतों के साथ-साथ घरेलू आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने पर है, ताकि भविष्य में रेयर अर्थ की उपलब्धता पर कोई संकट न आए।

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