विदेशी निवेश: किन सेक्टरों पर है भरोसा, कौन हुआ बाहर?

मई 2025 की पहली छमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में मजबूती से भरोसा जताया है। इस दौरान 12,800 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीद कर उन्होंने यह संदेश दिया कि भारत अब भी ग्लोबल इनवेस्टर्स की नजर में सुरक्षित और संभावनाओं से भरा बाजार बना हुआ है। प्रमुख निवेश फाइनेंशियल सर्विसेज, कैपिटल गुड्स और ऑयल एंड गैस जैसे सेक्टरों में दर्ज किया गया, जहां क्रमशः 4,728 करोड़, 2,233 करोड़ और 2,130 करोड़ रुपए का प्रवाह हुआ।

टेक्नोलॉजी और सर्विस सेक्टर में भी निवेशकों की रुचि देखने को मिली है। खासकर सर्विस सेक्टर में 1,762 करोड़ और कंज्यूमर सर्विसेज में 1,240 करोड़ रुपए की खरीद दर्ज की गई। ऑटो सेक्टर में जहां अप्रैल में भारी बिकवाली देखने को मिली थी, वहीं मई की शुरुआत में 1,610 करोड़ रुपए की नई खरीदारी ने संकेत दिया कि निवेशकों की धारणा में तेजी से बदलाव आया है।

हालांकि, आईटी सेक्टर में निवेश की रफ्तार अभी धीमी ही है। अप्रैल में भारी बिकवाली के बाद मई की शुरुआत में केवल 289 करोड़ रुपए की खरीदारी हुई। टेलिकॉम सेक्टर में भी निवेश पहले की तुलना में घटा है, लेकिन सकारात्मक रुख बरकरार है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच भारत में जारी यह विदेशी निवेश प्रवाह देश की आर्थिक स्थिति और निवेश माहौल पर विदेशी भरोसे को दर्शाता है।

 

 

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