बीजिंग में ट्रंप-पुतिन की मुलाकात संभव: कूटनीति तेज़

बीजिंग: चीन की राजधानी बीजिंग में 3 सितंबर को आयोजित द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ पर एक ऐतिहासिक क्षण आकार ले सकता है। क्रेमलिन की पुष्टि के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समारोह में भाग लेंगे, वहीं अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उपस्थिति की संभावनाएं प्रबल मानी जा रही हैं। इस पृष्ठभूमि में ट्रंप-पुतिन के बीच संभावित मुलाकात की अटकलें तेज़ हो गई हैं।

क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस बात को नकारा नहीं कि अगर दोनों नेता बीजिंग में एक ही समय पर मौजूद होते हैं तो मुलाकात हो सकती है। उन्होंने कहा, “यदि ट्रंप समारोह में आते हैं और दोनों नेताओं का कार्यक्रम मेल खाता है, तो किसी भी संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।” विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात यूक्रेन युद्ध की दिशा को प्रभावित कर सकती है, खासकर तब जब ट्रंप द्वारा पुतिन को दिए गए 50-दिवसीय अल्टीमेटम की समयसीमा 1 सितंबर को समाप्त हो रही है।

इस समारोह को लेकर चीन की भूमिका भी अहम मानी जा रही है। विश्लेषकों के अनुसार, चीन इस वैश्विक आयोजन के ज़रिए अपनी कूटनीतिक छवि को नई ऊंचाई देना चाहता है। अगर ट्रंप-पुतिन की इस मंच पर मुलाकात होती है और इससे यूक्रेन संघर्ष में कोई समाधान निकलता है, तो यह न केवल एक राजनयिक सफलता होगी, बल्कि चीन की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को भी सुदृढ़ करेगा।

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