मध्य-पूर्व संकट से उछला तेल का दाम, शेयर बाज़ार धड़ाम

नई दिल्ली, 23 जून: अमेरिका के ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर है। इस भू-राजनीतिक संकट के चलते विश्वबाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में अचानक 2% से अधिक की वृद्धि हुई है, वहीं प्रमुख शेयर सूचकांक भारी गिरावट के साथ लाल निशान में खुले। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीर झटका लग सकता है।

ईरान की संसद ने रणनीतिक ‘हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य’ को बंद करने का प्रस्ताव पास कर दिया है, और अब यह केवल सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की मुहर पर निर्भर है। इसी आशंका के बीच अमेरिका में क्रूड ऑयल 2.8% महंगा होकर 75.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया है, जबकि ब्रेंट क्रूड 79.12 डॉलर प्रति बैरल दर्ज किया गया। बीते रविवार इसकी कीमत 77 डॉलर थी। दूसरी ओर, नास्डैक फ्यूचर्स 0.7% गिरा है, और टोक्यो, सियोल, मुंबई सहित प्रमुख एशियाई बाज़ारों में गिरावट दर्ज की गई है।

भारत में सेंसेक्स आज 751 अंक गिरा, वहीं निफ्टी में 223 अंकों की गिरावट आई। शेयर बाज़ार में आम निवेशकों की पूंजी लगी होने के कारण, युद्ध जैसे हालात उनके लिए चिंता का विषय बन गए हैं। ऊर्जा विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यदि हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य बंद होता है, तो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होगी, जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं।

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