ब्रिटेन का बड़ा कदम: गूगल की मोनोपॉली पर चोट

लंदन: ब्रिटेन की कॉम्पिटिशन एंड मार्केट्स अथॉरिटी (CMA) ने गूगल की बढ़ती डिजिटल मोनोपॉली पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा संकेत दिया है। CMA चाहती है कि गूगल अपने प्लेटफॉर्म्स जैसे Chrome ब्राउज़र और Android डिवाइस पर यूजर्स को एक ‘सेकंड स्क्रीन’ दे, जिसमें वे Bing, Yahoo या AI-बेस्ड टूल्स जैसे Perplexity को चुन सकें। यह कदम ब्रिटेन में सर्च इंजन बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा है।

अगर गूगल को ‘Strategic Market Status’ (SMS) का टैग मिलता है, तो इसके बाद कंपनी पर कई अनिवार्य नियम लागू होंगे। इनमें सर्च रिजल्ट्स में पारदर्शिता, कंटेंट पब्लिशर्स को उनके डेटा के उपयोग की जानकारी, और व्यापारियों को भेदभाव रहित प्लेटफॉर्म मुहैया कराना शामिल है। CMA के मुताबिक, अंतिम फैसला 13 अक्टूबर 2025 को होगा, जिसके बाद नियमों का कार्यान्वयन शुरू होगा।

गूगल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि SMS टैग मिलने का मतलब यह नहीं कि उसने कोई गलती की है, बल्कि यह एक नया रेगुलेटरी फ्रेमवर्क है। कंपनी के सीनियर डायरेक्टर ओलिवर बेथेल ने बताया कि ये नियम उनके ब्रिटेन स्थित बिजनेस मॉडल को प्रभावित कर सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फैसला डिजिटल स्पेस में प्रतिस्पर्धा को नया रूप देगा और AI सर्च टूल्स को बेहतर मौका मिलेगा।

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