अमेरिका बना भारतीय डॉक्टर्स का सबसे बड़ा ठिकाना

भारतीय डॉक्टर्स ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे वैश्विक हेल्थ सेक्टर में अहम भूमिका निभा रहे हैं। अमेरिकी कंपनी Remilty की ताज़ा इमिग्रेंट हेल्थकेयर इंडेक्स के अनुसार, अमेरिका में काम कर रहे अप्रवासी डॉक्टरों में से हर पांचवां डॉक्टर भारतीय मूल का है। कुल 9.9 लाख अमेरिकी डॉक्टरों में करीब 2.6 लाख प्रवासी हैं, जिनमें से 59,000 भारतीय हैं—जो इस क्षेत्र में सबसे बड़ी भागीदारी है।

ब्रिटेन इस सूची में दूसरे स्थान पर है, जहां नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के मुताबिक, 30,000 भारतीय डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं। NHS में हर 12वां डॉक्टर भारतीय है। इसके अलावा यूएई, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर, सऊदी अरब और कतर जैसे देशों में भी भारतीय डॉक्टर्स की मांग लगातार बढ़ रही है। सिर्फ डॉक्टर ही नहीं, अमेरिका में 32,000 भारतीय नर्सें भी हेल्थ सेक्टर में सेवाएं दे रही हैं।

इस वैश्विक सफलता के पीछे कई वजहें हैं—जैसे विकसित देशों में योग्य मेडिकल प्रोफेशनल्स की भारी मांग, विदेश में शिक्षा और प्रैक्टिस के बेहतर अवसर, और भारतीयों की एनआरआई बनने की चाह। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान और सुविधाजनक जीवनशैली भी उन्हें प्रेरित कर रही है। डॉक्टर्स डे के अवसर पर यह रिपोर्ट भारत के मेडिकल पेशेवरों की वैश्विक पहचान को नई ऊंचाई देती है।

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