अडानी पावर ने 4,000 करोड़ में खरीदी VIPL

मुंबई: देश की अग्रणी निजी थर्मल पावर कंपनी अडानी पावर ने अनिल अंबानी की दिवालिया हो चुकी कंपनी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) का अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण 4,000 करोड़ रुपये में हुआ है, जिसे नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच ने 18 जून 2025 को मंजूरी दी। VIPL का 600 मेगावाट का कोयला आधारित संयंत्र महाराष्ट्र के नागपुर जिले के बुटीबोरी में स्थित है, जिसे अब अडानी समूह अपने पोर्टफोलियो में जोड़ चुका है।

इस अधिग्रहण के बाद अडानी पावर की कुल परिचालित क्षमता बढ़कर 18,150 मेगावाट हो गई है। कंपनी का लक्ष्य 2029-30 तक 30,670 मेगावाट तक उत्पादन क्षमता पहुंचाने का है। इस दिशा में कंपनी छह नए अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल ब्राउनफील्ड पावर प्लांट्स पर काम कर रही है, जो मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बन रहे हैं। अडानी पावर लिमिटेड के सीईओ एस.बी. ख्यालिया ने कहा, “हम देशभर में विश्वसनीय और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के अपने मिशन को लेकर प्रतिबद्ध हैं।”

यह सौदा सिर्फ एक कारोबारी निर्णय नहीं, बल्कि पावर सेक्टर में अडानी समूह की मजबूत होती पकड़ का भी संकेत है। विशेषज्ञों के अनुसार, VIPL के अधिग्रहण से न सिर्फ अंबानी समूह को राहत मिली है, बल्कि अडानी पावर को अपनी ग्रोथ रणनीति में अहम बढ़त भी मिली है। ऊर्जा सेक्टर में इस कदम को अडानी की दीर्घकालिक दृष्टि का हिस्सा माना जा रहा है।

ताज़ा खबर

सलमान की ‘रामायण’ अधूरी रही एक गलती की वजह से

किश्तवाड़ मुठभेड़ में जैश आतंकी घेरे में

‘कजरा रे’ में थिरके बच्चन परिवार, फिल्म ने रचा इतिहास

गावस्कर का रिकॉर्ड गिल के निशाने पर मैनचेस्टर में