तालिबान को अमेरिका का झटका, फंडिंग पर लगी रोक

काबुल: ईरान-इजराइल संघर्ष के दौरान तालिबान-प्रशासित अफगानिस्तान का रवैया चौंकाने वाला रहा। मुस्लिम और पड़ोसी देश होने के बावजूद काबुल सरकार ने न केवल तेहरान की मदद से इनकार किया, बल्कि उसके द्वारा मांगी गई सहायता को सार्वजनिक कर दिया। यह स्थिति ऐसे समय में आई जब ईरान गंभीर सुरक्षा संकट से जूझ रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि तालिबान ने यह रुख अमेरिका को खुश करने की मंशा से अपनाया था।

अब अमेरिका ने भी तालिबान को उसी अंदाज़ में जवाब दिया है। अमेरिकी कांग्रेस में पारित एक प्रस्ताव के तहत, तालिबान को दी जा रही फंडिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। न्यूजवीक की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2021 से जनवरी 2024 तक अमेरिका ने तालिबान प्रशासन को 2 बिलियन डॉलर की सहायता दी थी। यह फंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और मानवीय मदद के लिए था, जिसे अब रोक दिया गया है। इसके अलावा अफगान बैंकों को भेजे जा रहे साप्ताहिक 40 मिलियन डॉलर पर भी रोक लगाई गई है।

यह झटका ऐसे समय में आया है जब तालिबान आर्थिक संकट, महंगाई और शरणार्थियों की वापसी जैसे गंभीर मुद्दों से जूझ रहा है। ईरान के अधिकारियों द्वारा शरण की अपील को भी नजरअंदाज करने पर तालिबान की आलोचना हो रही है। दोनों देशों के बीच 921 किमी लंबी सीमा और धार्मिक-सांस्कृतिक समानता के बावजूद तालिबान की तटस्थता ने उसकी वैश्विक छवि को और नुकसान पहुंचाया है।

ताज़ा खबर

सलमान की ‘रामायण’ अधूरी रही एक गलती की वजह से

किश्तवाड़ मुठभेड़ में जैश आतंकी घेरे में

‘कजरा रे’ में थिरके बच्चन परिवार, फिल्म ने रचा इतिहास

गावस्कर का रिकॉर्ड गिल के निशाने पर मैनचेस्टर में